इस किताब में आपको समाज के अलग-अलग दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और सांसारिक मसलों के बारे में लेख, निबंध, कहानियां और कविताओं के माध्यम से जानने को मिलेगा । आपको ज्यादातर मसलों के बारे में "आज़ाद सोच" और सूझ-बूझ भरी सोच के विचार जानने को मिलेंगे । ये किताब एक आईने की तरह है, जिसमे समाज अपने आपको देख सकता है, साहित्य समाज का दर्पण है, इस बात को ये किताब सांझा करती है ।
Darshan
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₹400
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Format: | Paperback |
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ISBN No. | 9789391041427 |
Publication date: | 25 Nov 2022 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 268 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: |